RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Syllabus 2024 RPSC 1st Grade Syllabus PDF in Hindi RPSC 1st Grade Sanskrit Syllabus in Hindi PDF – अगर आप राजस्थान 1st Garde teacher की तैयारी कर रहे हो तो पोस्ट आपके लिए अति महत्वपूर्ण है इस आर्टिकल में 1st Garde teacher के सिलेबस के बारे में जानकारी दी गई है साथ ही आप अपने सब्जेक्ट के अनुसार नीचे दी गई लिंक के द्वारा PDF डाउनलोड कर सकते है आरपीएससी 1st Grade Teacher सिलेबस इन हिंदी वे उम्मीदवार जिन्होंने इसका ऑनलाइन आवेदन किया है उनके लिए निवनतम एग्जाम पैटर्न दिया गया है जो आपके लिए तैयारी करने में काम आएगा।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Syllabus 2024 Update
Name of Recruiter | RPSC |
Post Name | 1st Grade Teacher |
Syllabus Subject | Sanskrit |
Official Website | rpsc.rajasthan.gov.in |
Article Category | Latest Raj syllabus |
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Exam Pattern – Paper 1
क्रम संख्या | विषय सूची | प्रश्न संख्या | प्रश्न अंक |
1 | राजस्थान का इतिहास और भारतीय इतिहास विशेष जोर के साथ,
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन |
15 | 30 |
2 | मानसिक क्षमता परीक्षण, सांख्यिकी (माध्यमिक स्तर), गणित (माध्यमिक स्तर), भाषा क्षमता परीक्षण: हिंदी, अंग्रेजी | 20 | 40 |
3 | करेंट अफेयर्स | 10 | 20 |
4 | सामान्य विज्ञान, भारतीय राजनीति, राजस्थान का भूगोल | 15 | 30 |
5 | राजस्थान में शैक्षिक प्रबंधन, शैक्षिक परिदृश्य,
शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 |
15 | 30 |
कुल | 75 | 150 |
कुछ महत्वपूर्ण बातें
- ये पेपर 150 अंको का होगा।
- परीक्षा में 1.30 घंटे का समय दिया जायेगा।
- पेपर में 75 प्रश्न होगे।
- निगेटिव मार्किंग ⅓ होगी।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Exam Pattern – Paper 2
क्रम संख्या | विषय सूची | प्रश्न संख्या | प्रश्न अंक |
1 | संबंधित विषय का ज्ञान : वरिष्ठ माध्यमिक स्तर | 55 | 110 |
2 | संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातक स्तर | 55 | 110 |
3 | संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातकोत्तर स्तर | 10 | 20 |
4 | शैक्षिक मनोविज्ञान, शिक्षाशास्त्र, शिक्षण शिक्षण सामग्री, कंप्यूटर का उपयोग और सूचना प्रौद्योगिकी में शिक्षण सीखना | 30 | 60 |
कुल: | 150 | 300 |
कुछ महत्वपूर्ण बातें
- ये पेपर 300 अंको का होगा।
- परीक्षा में 3 घंटे का समय दिया जायेगा।
- पेपर में 150 प्रश्न होगे।
- निगेटिव मार्किंग ⅓ होगी।
Also Read
- RPSC 1st grade Teacher paper 1st(General Awareness) syllabus
- RPSC 1st Grade Teacher Bharti
- RPSC 1st Grade Teacher Previous Year Paper PDF
आरपीएससी 1st ग्रेड शिक्षक संस्कृत विस्तृत सिलेबस जानकारी
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Part:-1 Senior Secondary Level
1 लघुसिद्धिान्तकौमुदी – आधारित संज्ञाप्रकरणतः प्रश्नाः
- इत् , लोपः , संयोगः , संहिता , प्रयत्नः ( आभ्यन्तर , बाह्य ) , उच्चारणस्थानानि , पदम् ।
- निम्नलिखितसूत्राणामाधारे स्वर- व्यंजन – विसर्ग सन्धीनां ज्ञानम् तथा सूत्रानुसारं सन्धिः सन्धिविच्छेदश्च ।
- स्वरसन्धिः – इको यणचि , एचोऽयवायावः , आद्गुणः बृद्धिरेचि , अकः सवर्णे दीर्घः , एङ : पदान्तादति , एङि पररूपम् , ईदूदेद्विवचनं प्रगृह्यम् ।
- व्यंजनसन्धिः- स्तोः श्चुना श्चुः , ष्टुना ष्टुः , झलां जशोऽन्ते , यरोऽनुनासिकेऽनुनासिको वा , तोर्लिः , झयो होऽन्यतरस्याम् , शश्छोऽटि , मोऽनुस्वारः , अनुस्वारस्य ययि परसवर्णः , ङमो ह्रस्वादचि ङमुण् नित्यम्वि
- सर्गसन्धिः विसर्जनीयस्य सः , स सजुषो रुः , अतो रोरप्लुतादप्लुते , हशि च भो – भगो- अघो- अपूर्वस्य योऽशि , रो रि , द्रलोपे पूर्वस्य दीर्घोऽणः एतत्तदोः सुलोपोऽकोरनञ्समासे हलि ।
- निम्नलिखितानां छन्दसां परिज्ञानम्
- अनुष्टुप् आर्या , इन्द्रवज्रा , उपेन्द्रवज्रा , उपजाति , वंशस्थम् द्रुतविलम्बितम् भुजङ्गप्रयातम् ,
- वसन्ततिलका मालिनी , मन्दाक्रान्ता , शिखरिणी , शार्दूलविक्रीडितम् , स्रग्धरा , रथोद्धता , वियोगिनी , शालिनी ।
- अधोलिखितानाम् – अव्ययानां प्रयोगः रिक्तस्थानपूर्तिश्च –
- पुनः , उच्चैः , नीच्चैः शनैः , अधः , श्वः , ह्यः , सायम् , चिरम् , तूष्णीम् , सहसा , मिथ्या , पुरा , खलु , किल , धिक् , विना , सह , अन्तरा , अद्य |
- निम्नलिखितानां शब्दरूपाणां ज्ञानम् तथा विभक्ति – आधारित प्रश्ना : –
- राम , हरि , पति , सखि , गुरु , पितृ , सखी , भूभृत् गच्छत् , आत्मन् , कर्मन् , लता , मति , नदी , धेनु , वधू , मातृ , फल , वारि , दधि , मधु , राजन् , भवत् , जगत् , मनस् , चेतस् , अस्मद् , युष्मद् , सर्व , तत् , इदम् ।
- निम्नलिखितानां धातूनां लट् , लोट् , लृट् , लङ् , विधिलिङ् लकारेषु सामान्य प्रश्ना :
- परस्मैपदी -भू , पठ् , हस् , लिखु , अस् , हन् , पा , नृत् , शक् . कृ . ज्ञा , चिन्त ।
- आत्मनेपदी – सेव् लभ , रुच , मुद , याच् ।
- उभयपदी- पच् . कृ . भज्
- निम्नलिखितप्रत्ययानां सामान्यज्ञानम् तथा प्रकृति – प्रत्यय आधारिताः प्रश्नाः
- क्त , क्तवतु , शतृ शानच् , तुमुन् , तव्यत् अनीयर् ण्वुल् , तृच , यत् ण्यत् , क्यप् , क्त्वा , ल्यप् ल्युट् , घञ् , क्तिन् , णिनी , अच् , इन् , मयट् , मतुप् , तल् , तरप् , ईयसुन् , इष्ठन् , इमनिच् , तमप् , टाप् , ङीप् , ।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Part:-2 Graduation Level
- अधोलिखितानाम् अलंकाराणां परिज्ञानम् तथा लक्षणोदाहरणसम्बन्धिसामान्य प्रश्नाः
- अनुप्रासः , यमकम् श्लेषः , स्वभावोक्तिः , उपमा , रूपकम् उत्प्रेक्षा , व्यतिरेकः , सन्देहः , भ्रान्तिमान् , निदर्शना , दृष्टान्तः , अर्थान्तरन्यासः , दीपकम् तुल्ययोगिता , व्यतिरेकः , समासोक्तिः , अतिशयोक्तिः , विभावना , विशेषोक्तिः , वक्रोक्तिः
2 समासाः –
- अव्ययीभाव समासः , तत्पुरुषः , कर्मधारयः , द्विगुः , द्वन्द्वः , बहुव्रीहिः , एतेषां समासानां सामान्यपरिचयः , पदानां समासः समासविग्रहश्च ।
3 हिन्दीवाक्यानां संस्कृतानुवादः । ( कारकाधारितः )
4 कारक – प्रत्यय – समास – आधारितवाक्यानाम् अशुद्धिसंशोधनम्
5 निम्नांकितपुस्तकानां सामान्याध्ययनम् –
- नीतिशतकम् ( भर्तृहरिः ) , किरातार्जुनीयम् – प्रथमसर्ग : ( भारविः ) , अभिज्ञानशाकुन्तलम् कठोपनिषद् – प्रथमोऽध्यायः प्रथमवल्ली , स्वप्नवासवदत्तम् ( भासः ) । श्रीमद्भगवद्गीता द्वितीयोऽध्यायः शुकनासोपदेशः ( बाणभट्टः )
6 निम्नलिखितसूक्तानां सामान्य प्रश्नाः
- वरुणसूक्तम् 1 / 125 , पुरुषसूक्तम् ( 10.90 ) अग्निसूक्तम् ( 11 ) विष्णुसूक्तम् ( 1154 )
- संस्कृतसाहित्यतिहासः
- वैदिक साहित्यम् – वेद ब्राह्मण प्रमुखोपनिषदां याज्ञवल्क्यस्मृतेः आचाराध्यायस्य च सामान्यपरिवयः ।
- लौकिकसाहित्यम् – वीरकाव्यम् रामायणम् , महाभारतं च ।
- महाकवीनां काव्यानां परिचय : – कालिदासः , अश्वघोषः , भारविः , माघः , श्रीहर्षश्च ।
- गद्यकवीनां रचनापरिचय : – बाणभट्टः , दण्डी , सुबन्धुश्च ।
- खण्डकाव्यम्- मेघदूतम् ।
- गीतिकाव्यम् – ऋतुसंहारम् ।
- नाट्यसाहित्यम् – महाकवीनां नाटकानां परिचयः
- कालिदासः , भास , भवभूतिः , शूद्रकश्च ।
- अर्वाचीनकवयः तथा तेषां रचनापरिचय :
- अम्बिकादत्त व्यासः , देवर्षि कलानाथ शास्त्री , भट्टट्टमथुरा नाथ शास्त्री , पं . पद्म शास्त्री , डॉ . प्रभाकर शास्त्री , प्रो . हरिराम आचार्य , डॉ . शिवसागर त्रिपाठी , पं . मोहनलाल पाण्डेयः ।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Part:-3 Post Graduation Level
1 सिद्धान्तकौमुदी ( कारकप्रकरणम् ) निम्नलिखितानां सूत्राणां सामान्यपरिचयात्मकप्रश्नाः वाक्यप्रयोगाश्च –
- प्रातिपादिकार्थ लिङ्ग परिमाण वचनमात्रे प्रथमा कर्तुरीप्सिततमं कर्म , कर्मणि द्वितीया , अधिशीङ् स्थासां कर्म , अकथितं च , उपान्वध्याङ् वसः , अभितः परितः समयानिकषा हा प्रतियोगेऽपि , अन्तराऽन्तरेण युक्ते , कालाध्वनोररत्यन्तसंयोगे साधकतमं करणम् कर्तृकरणयोस्तृतीया प्रकृत्यादिभ्य उपसंख्यानम् , अपवर्गे तृतीया , येनाङ्गविकारः , सहयुक्तेऽप्रधाने , इत्थम्भूतलक्षणे कर्मणा यमभिप्रैति स संप्रदानम् , चतुर्थी सम्प्रदाने , स्पृहेरीप्सितः , रुच्यर्थानां प्रीयमाणः , धारेरुत्तमर्णः , क्रुधदुहेर्ष्यासूयार्थानां य प्रति कोपः , क्रुधद्रुहोरुपसृष्टयोः कर्मतादर्थे चतुर्थी वाच्या , नमः स्वस्ति स्वाहास्वधाऽलंवषट् योगाच्च ।
- ध्रुवमपायेऽपादानम् अपादाने पंचमी जुगुप्साविरामप्रमादार्थानामुपसंख्यानाम् भीत्रार्थानां भयहेतुः , वारणार्थानामीप्सितः , अन्तर्धी येनादर्शनमिच्छति आख्यातोपयोगे , जनिकर्तुः प्रकृतिः , भुवः प्रभवः , पृथग्विनानानाभिस्तृतीयाऽन्यतरस्याम् ।
- षष्ठी शेषे , षष्ठी हेतुप्रयोगे , सर्वनाम्नस्तृतीया च षष्ठ्यतसर्थप्रत्ययेन , दूरान्तिकार्थैः षष्ठ्यन्तरस्याम् अधीगर्थदयेशां कर्मणि , कर्तृकर्मणोः कृतिः , षष्ठी चानादारे कृत्यानां कत्तरि वा आधारोऽधिकरणम् सप्तम्यधिकरणे च साध्वसाधुप्रयोगे च निमित्तात् कर्मयोगे , यतश्चनिर्धारणम् , यस्य च भावेन भावलक्षणम् ।
2 भाषाविज्ञानाम्बन्धिप्रश्ना : –
- भाषा उत्पत्तेः प्रमुखसिद्धान्ताः , उच्चारणस्थानानि , ध्वनिनियमाः भाषाणां वर्गीकरणम् ।
3 निम्नलिखितदर्शनग्रन्थानां सामान्याध्ययनम् –
- सांख्यकारिका ( ईश्वरकृष्णः ) तर्कभाषा – प्रामाण्यवादपर्यनतम् ( केशवमिश्रः ) , चार्वाक दर्शनम् ।
4 अलंकारशास्त्राणां सामान्याध्ययनम् –
- नाट्यशास्त्रम् ( भरतमुनिः ) , काव्यप्रकाशः ( मम्मटः ) , साहित्यदर्पण : ( कविराजविश्वनाथः ) , ध्वन्यालोकः ( आनन्दवर्धनः ) ।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Part:-4 (Educational Psychology, Pedagogy, Teaching Learning Material, Use of computers and Information Technology in Teaching Learning)
- शिक्षण-अधिगम में मनोविज्ञान का महत्व : – सीखने वाला, शिक्षक, शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया,स्कूल प्रभावशीलता।
- शिक्षार्थी का विकास : – संज्ञानात्मक, शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक विकास पैटर्न और विशेषताएं किशोर शिक्षार्थी के बीच।
- शिक्षण – सीखना : – सीखने की अवधारणा, व्यवहार, संज्ञानात्मक और रचनावादी सिद्धांत और इसके निहितार्थ वरिष्ठ माध्यमिक छात्र।किशोरों की सीखने की विशेषताएं और शिक्षण के लिए इसके निहितार्थ।
- किशोर शिक्षार्थी का प्रबंधन : – मानसिक स्वास्थ्य और समायोजन समस्याओं की अवधारणा।भावनात्मक बुद्धिमत्ता और किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव।किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य के पोषण के लिए मार्गदर्शन तकनीकों का उपयोग।
- किशोर शिक्षार्थी के लिए निर्देशात्मक रणनीतियाँ: – संचार कौशल और इसका उपयोग।शिक्षण के दौरान शिक्षण-अधिगम सामग्री तैयार करना और उसका उपयोग करना।विभिन्न शिक्षण दृष्टिकोण:शिक्षण मॉडल- अग्रिम आयोजक, वैज्ञानिक जांच, सूचना, प्रसंस्करण, सहकारी सीख रहा हूँ।रचनावादी सिद्धांत आधारित शिक्षण।
- आईसीटी शिक्षाशास्त्र एकीकरण: – आईसीटी की अवधारणा।हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की अवधारणा।निर्देश के लिए सिस्टम दृष्टिकोण। कंप्यूटर असिस्टेड लर्निंग। कंप्यूटर सहायता प्राप्त निर्देश।आईसीटी शिक्षाशास्त्र एकीकरण को सुगम बनाने वाले कारक।
RPSC 1st Grade Teacher Sanskrit Important Links | ||||||||
Rajasthan 1st Grade Teacher SyllabusOfficial Download PDF | ||||||||
RPSC 1st Garde Teacher Bharti | ||||||||
RPSC 1st Grade Teacher Salary Chart | ||||||||
Official Website | ||||||||
HelpStudentPoint Home |
RPSC 1st Grade 2nd Paper Syllabus Subject Wise